महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर महाअघाड़ी गठबंधन की लगातार बैठक चल रही है। विपक्षी नेताओं के बीच सीट शेयरिंग को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। महाराष्ट्र कांग्रेस इकाई सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए आज से दो दिवसीय बैठक आयोजित करने वाली है। इससे पहले मंगलवार को विपक्षी गठबंधन की बैठक हुई थी। वहीं भाजपा अपने महायुति सहयोगियों के साथ विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो चुकी है। इस साल के अंत में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)-एसपी और शिवसेना (यूबीटी) समेत अन्य दलों वाले महा विकास अघाड़ी गठबंधन में सीट बंटवारे पर चर्चा चल रही है।
288 विधानसभी सीटों पर चुनाव होंगे। इससे पहले मंगलवार को तीन प्रमुख सहयोगियों – कांग्रेस, एनसीपी-एसपी और शिवसेना (यूबीटी) के शीर्ष नेताओं ने बैठक की और सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर विचार-विमर्श किया।
सीट शेयरिंग पर विपक्षी नेताओं के बीच चल रही मंथन
कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस पार्टी 120 से लेकर 130 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) 90-100 सीटें जबकि एनसीपी-एसपी 75-80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। महाराष्ट्र कांग्रेस इकाई सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए आज से दो दिवसीय बैठक आयोजित करने वाली है। इससे पहले मंगलवार को विपक्षी गठबंधन की बैठक हुई थी।
महायुति सहयोगियों ने भी बनाया अपना प्लान
इससे पहले, 29 जून को महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी कोर कमेटी के समापन के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा था कि भाजपा अपने महायुति सहयोगियों के साथ विधानसभा चुनाव लड़ेगी। लोकसभा चुनाव के बाद माहायुति सहयोगी सहयोगियों के बीच कलह की बात सामने भी आ चुकी है। आम चुनाव में माहायुति सहयोगी दलों का प्रदर्शन राज्य में काफी निराशाजनक रहा है।
आम चुनाव में महा विकास अघाड़ी गठबंधन
लोकसभा चुनाव 2024 में शिवसेना (यूबीटी) ने सात सीटें, कांग्रेस ने 13 और एनसीपी-एसपी ने एक सीट जीती है, जिससे गठबंधन की कुल संख्या 17 हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2019 के लोकसभा चुनावों में 23 के मुकाबले महाराष्ट्र में नौ सीटों पर गिर गई।
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और अविभाजित शिवसेना ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। भाजपा ने 105 सीटें जीतीं जबकि सेना ने 56 सीटें जीतीं। अविभाजित राकांपा ने 44 सीटें जीती थीं जबकि कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं।