By jyoti choudhary
इकॉनमी के मोर्चे पर एक और अच्छी खबर आई है। अगस्त महीने के लिए जीएसटी कलेक्शन का डेटा आ गया है। सरकारी खजाने में कुल 159069 करोड़ रुपए आए। एक साल पहले अगस्त महीने में सरकार के खजाने में कुल 143612 करोड़ रुपए आए थे। सालाना आधार पर इसमें 11 फीसदी की तेजी आई है। जुलाई में जीएसटी कलेक्शन 165105 करोड़ रुपए रहा था।
CGST, SGST और IGST से कितने-कितने आए ?
अगस्त महीने में CGST के रूप में 28328 करोड़ रुपए, SGST के रूप में 35794 करोड़ रुपए और IGST के रूप में 83251 करोड़ रुपए आए। सेस के रूप में कुल 11695 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया गया। सरकार ने अगस्त में CGST के रूप में 37581 करोड़ रुपए, SGST के रूप में 31408 करोड़ रुपए का सेटलमेंट IGST से किया।
रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा ने बताया कि मोटे तौर पर जीएसटी कलेक्शन में सालाना आधार पर 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई हैं। इस 11 फीसदी की वृद्धि के साथ मोटे तौर पर कलेक्शन करीब 1.60 लाख करोड़ रुपए होगा। रेवेन्यू सेक्रेटरी अगस्त के लिए अनुमानित जीएसटी रेवेन्यू पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। मल्होत्रा ने कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में आर्थिक ग्रोथ रेट (GST) 7.8 फीसदी थी। उन्होंने कहा, ‘‘जून तिमाही में जीएसटी राजस्व 11 फीसदी से अधिक बढ़ा है। इसका मतलब है कि टैक्स-जीडीपी रेश्ये 1.3 से ज्यादा है।
मल्होत्रा ने कहा कि जीएसटी कलेक्शन नॉमिनल GDP से ज्यादा बढ़ गया है और यह टैक्स रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं होने के बावजूद है। इसका कारण बेहतर कम्प्लायंस और बेहतर टैक्स कलेक्शन क्षमता है। टैक्स चोरी कम हुई है।