देश की विश्वविद्यालयों सहित दूसरे उच्च शिक्षण संस्थानों में क्वॉलिटी रिसर्च को बढ़ावा देने को लेकर विश्वविद्यालय अनुदाय आयोग (यूजीसी) एक खास प्लान पर काम कर रहा है। रिसर्च प्रोजेक्ट्स के लिए यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की मदद की जाएगी। यूजीसी ने रिसर्च स्टैंडर्ड को बेहतर बनाने के लिए नए नियम भी लागू किए हैं और पीएचडी एडमिशन के नए रेगुलेशंस को मंजूरी भी दी है।
यूनिवर्सिटी में रिसर्च, इनोवेशन और टेक्नॉलजी डिवेलपमेंट को मिलाकर कैसे काम किया जा सकता है, इसको लेकर भी उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है। 23 अगस्त को यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार एक अहम मीटिंग भी कर रहे हैं। मीटिंग में उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा होगी कि यूनिवर्सिटी में रिसर्च इको सिस्टम को बेहतर कैसे बनाया जाए, संस्थानों की कैसे मदद की जा सकती है, इसमें वित्तीय मदद से लेकर गाइडेंस स्तर पर क्या-क्या कदम उठाए जा सकते है, इन सब पहलुओं पर बातचीत करने के बाद कुछ फैसले लिए जा सकते हैं।
यूजीसी ने सभी यूनिवर्सिटी और उच्च शिक्षण संस्थानों में रिसर्च एंड डिवेलपमेंट सेल बनाने के आदेश दिए हैं। अभी तक करीब दो सौ यूनिवर्सिटीज में ये सेल बन चुकी है या फिर सेल गठन की प्रक्रिया चल रही है। यह सेल रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम करेगी। अभी देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में क्वॉलिटी रिसर्च प्रोजेक्ट्स की कमी नजर आती है और रिसर्च को लेकर अब यूजीसी गंभीर नजर आ रही है।
यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार के मुताबिक अभी तक 44 केंद्रीय विश्वविद्यालय, 83 डीम्ड विश्वविद्यालय, 45 राज्य विश्वविद्यालय, 29 प्राइवेट स्टेट विश्वविद्यालय में रिसर्च सेल बन चुकी है। 95 कॉलेजों में भी यह सेल बन गई है। देश की हर यूनिवर्सिटी और कॉलेज में रिसर्च सेल बनेगी और यूजीसी की ओर से यूनिवर्सिटी की हर संभव मदद की जाएगी।
प्रो. कुमार का कहना है कि क्लासरूम टीचिंग के साथ-साथ रिसर्च पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। यूजीसी की कोशिश है कि सभी यूनिवर्सिटीज के साथ बातचीत कर देखा जाए कि रिसर्च को लेकर क्या स्थिति है और यूजीसी रिसर्च में सुधार को लेकर यूनिवर्सिटीज की क्या मदद कर सकती है? यूजीसी के प्लान में सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को शामिल किया जाएगा।