विदेश में लाखों रुपए सालाना की नौकरी छोड़कर हरियाणा के अपने गांव में कुलदीप सिंह डेढ़ एकड़ जमीन में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर करोड़ों रुपए कमा रहे हैं. कुलदीप सिंह ने कहा कि बाजार में आपका प्रोडक्ट खरीदने वाला ट्रेडर आपके प्रोडक्ट का आकार, उसकी सेल्फ लाइफ देखता है जबकि वह उसकी मिठास और रंग भी देखता है.
विदेश में $4500 प्रति महीने की नौकरी कर रहे कुलदीप सिंह ने कहा कि आज भी देश में 90 फ़ीसदी ड्रैगन फ्रूट वियतनाम जैसे देशों से आयात होता है, इसलिए उसकी कीमत बहुत महंगी है.
कुलदीप सिंह ने कहा कि ड्रैगन फ्रूट कई पोषक तत्वों से लैस है और अगर देश में इसकी खेती की जाए तो किसानों को इससे करोड़ों रुपए सालाना कमाने में मदद मिल सकती है.
कुलदीप सिंह के मुताबिक ड्रैगन फ्रूट की सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी shelf-life बहुत ज्यादा होती है. ड्रैगन फ्रूट की खेती की खास बात यह भी है कि इसका पौधा बिना किसी अत्यधिक देखभाल के काफी दिनों तक चलता है.
हरियाणा के करनाल के घरौंडा में राणा ड्रैगन फ्रूट फॉर्म के जरिए पिछले 4 साल से कुलदीप सिंह ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. उन्होंने हाफ एकड़ से Dragon fruit Farming की शुरुआत की थी. उनके पास 2.5 एकड़ से अधिक जमीन में ड्रैगन फ्रूट लगे हैं.
कुलदीप सिंह के पास आज 60 से अधिक तरह के ड्रैगन फ्रूट की वैरायटी है. दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में $4500 के मासिक वेतन पर हाइड्रोकार्बन इंजीनियर की नौकरी कर रहे कुलदीप सिंह ने खेती करने के लिए नौकरी छोड़ दी.
कुलदीप सिंह ने कहा कि देश में ड्रैगन फ्रूट की डिमांड लगातार बढ़ रही है क्योंकि इसमें कई पोषक तत्व मौजूद हैं और शादी, पार्टी, अन्य फंक्शन या बेकरी कंपनियों में ड्रैगन फ्रूट की काफी खपत होती है.
ड्रैगन फ्रूट को सुपरफूड माना जाता है और भारत में लगातार बढ़ती मांग की वजह से इसकी खेती करना काफी फायदेमंद है. इस समय देश में ड्रैगन फ्रूट काफी महंगा बिकता है. करीब ढाई एकड़ जमीन में ड्रैगन फ्रूट की खेती से कुलदीप सिंह साल के करोड़ रुपए बना रहे हैं.
कुलदीप सिंह ने कहा कि फरवरी-मार्च में ड्रैगन फ्रूट का प्लांटेशन किया जाता है, अगले साल जून-जुलाई में ड्रैगन फ्रूट की उपज शुरू हो जाती है. कुलदीप सिंह गोबर की खाद से ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. इसमें साल के एक से सवा लाख रुपए खर्च करते हैं जबकि चौथे साल में ₹10 लाख सालाना की आमदनी हो जाती है.