यूपी के बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग में तबादलों में अनियमितता के आरोपों की जांच में सत्यता मिली है. दरअसल ‘समूह ग’ के तबादलों में अनियमितताएं मिली है. शासन के आदेश के बाद विभागीय जांच में खुलासा हुआ है. बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग में ‘समूह ग’ के तबादलों में अनियमितता की जांच के आदेश शासन ने दिए थे. जिसके बाद हुई जांच में पुष्टि हुई कि 136 से ज्यादा तबादले गलत हुए, वहीं आरोप लग रहे कि 200 से ज्यादा तबादले गलत हुए हैं. विभाग ने तय किया है कि गलत तबादलों का रिव्यू करने के बाद इन्हें रद्द किया जाएगा. विभागीय सूत्रों की मानें तो काफी हद तक तबादले रिव्यू हो गए हैं. गलत हुए तबादलों की सूची बनाई गई है. जल्द इनको रद करने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी.
लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर इन गलत तबादलों को करने वाले अफसरों पर क्या कार्रवाई होगी? कौन वह अफसर है किस वजह से गलत तबादले किए है… आरोप यह भी है की जिन के तबादले किए गए. उनमें कई दिव्यांग हैं कई के तबादले जहां किए गए वहां पर पर ही खाली नहीं है कुछ ऐसे हैं जिनका रिटायरमेंट एक साल से कम बचा है. यही नहीं माध्यमिक शिक्षा विभाग में कई तबादलों में बड़ी लापरवाही सामने आई है. विभागीय अधिकारी तबादले निरस्त करने की बात कह रहे हैं लेकिन जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई के मामले में चुप्पी साधे हुए हैं.
दरअसल माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग में तबादलों में बड़े स्तर पर अनियमितताएं हुई हैं लेकिन काफी समय तक अफसर इन नेताओं को अनियमितताओं को मानने को तैयार ही नहीं थे. शासन की शक्ति के बाद विभागीय स्तर पर जांच कराई गई, जिसमें तबादलों में लापरवाही की बात की पुष्टि हुई अब गलत हुए तबादलों का रिव्यू करने के बाद तबादले निरस्त करने की तैयारी की जा रही है लेकिन अफसरों पर कार्रवाई के मामले में चुप्पी साधे हुए हैं.