गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने गुरुवार की शाम को पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है। इस बार ऐसे गुमनाम नायकों को अवॉर्ड दिया गया है, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन किया है। साथ ही आम नागरिकों को इन लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए। इन लोगों को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस बार पद्मश्री अवॉर्ड की लिस्ट में भारत की पहली महिला महावत पार्वती बरुआ का भी नाम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वाले लोगों को बधाई दी।
इन 5 हस्तियों को मिला पद्म विभूषण पुरस्कार
1. वैजयंतीमाला बाली, कला, तमिलनाडु
2 कोनिडेला चिरंजीवी, कला, आंध्र प्रदेश
3 एम वेंकैया नायडू, सार्वजनिक मामले, आंध्र प्रदेश
4 बिंदेश्वर पाठक (मरणोपरांत), सामाजिक कार्य, बिहार
5 पद्मा सुब्रमण्यम, कला, तमिलनाडु
इन्हें मिला पद्म भूषण अवॉर्ड
एम फातिमा बीवी (मरणोपरांत), सार्वजनिक मामले, केरल
होर्मूसजी एन कामा, साहित्य एवं शिक्षा-पत्रकारिता, महाराष्ट्र
मिथुन चक्रवर्ती, कला, पश्चिम बंगाल
सीताराम जिंदल, व्यापार एवं उद्योग, कर्नाटक
यंग लियू, व्यापार एवं उद्योग, ताइवान
अश्विन बालचंद मेहता, मेडिसिन, महाराष्ट्र
सत्यब्रत मुखर्जी (मरणोपरांत), सार्वजनिक मामले, पश्चिम बंगाल
राम नाइक, सार्वजनिक मामले, महाराष्ट्र
तेजस मधुसूदन पटेल, मेडिसिन, गुजरात
ओलानचेरी राजगोपाल, सार्वजनिक मामले, केरल
दत्तात्रेय अंबादास मयालू उर्फ राजदत्त, कला, महाराष्ट्र
तोगदान रिनपोछे (मरणोपरांत), अध्यात्मवाद, लद्दाख
प्यारेलाल शर्मा, कला, महाराष्ट्र
चंद्रेश्वर प्रसाद ठाकुर, औषधि, बिहार
उषा उत्थुप, कला, पश्चिम बंगाल
विजयकांत (मरणोपरांत), कला, तमिलनाडु
कुंदन व्यास, साहित्य एवं शिक्षा-पत्रकारिता, महाराष्ट्र
देखें पद्मश्री पुरस्कार की लिस्ट
“पद्मश्री अवार्ड देश का चौथा बड़ा नागरिक सम्मान है। इसके तहत भारत की राष्ट्रपति पद्मश्री अवार्ड पाने वाले लोगों को एक प्रमाण पत्र और एक पदक देंगी। पद्मश्री अवार्ड एक तरह का सम्मान है, जिसमें कोई धनराशि नहीं मिलती है। अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वालों को यह पुरस्कार दिया जाता है।”
1. सिरसा के दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता गुरविंदर सिंह, जो बेघर, महिलाओं, अनाथों और दिव्यांगजनों की भलाई के लिए कार्य करते हैं।
2. सरायकेला खरसावां की आदिवासी पर्यावरणविद् और महिला सशक्तिकरण चैंपियन चामी मुर्मू को सामाजिक कार्य (पर्यावरण वनीकरण) के क्षेत्र में कार्य करने के लिए मिला पद्मश्री अवार्ड।
3. भारत की पहली महिला हाथी महावत पार्वती बरुआ, जोकि 14 साल की उम्र से इस कार्य में जुटी हुई हैं।
4. कासरगोड के चावल किसान सत्यनारायण बेलेरी, जिन्होंने कृषि क्षेत्र में कई उत्कर्ष कार्य किए।
5. प्रेमा धनराज, प्लास्टिक रिकंस्ट्रक्टिव सर्जन और सोशल वर्कर
6. मैसूरु के एक जनजातीय कल्याण कार्यकर्ता सोमन्ना 4 दशक से अधिक समय से जेनु कुरुबा जनजाति के उत्थान के लिए प्रयास कर रहे हैं।
7. यानुंग जमोह लेगो, पूर्वी सियांग स्थित हर्बल मेडिसिन एक्सपर्ट। उन्होंने 1 लाख लोगों को औषधीय जड़ी-बूटियों के बारे में प्रशिक्षण दिया।
8. नारायणपुर के पारंपरिक औषधीय चिकित्सक हेमचंद मांझी 5 दशक से अधिक समय से गांव के लोगों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा दे रहे हैं। वे 15 साल की उम्र से जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं।
9. मिजोरम के सबसे बड़े अनाथालय ‘थुतक नुनपुइटु टीम’ चलाने वाले आइजोल के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता संगथंकिमा को सामाजिक कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
10. दक्षिण अंडमान के किसान के चेल्लम्मल ने 10 एकड़ में सफलतापूर्वक जैविक फार्म विकसित किया।
11. पुरुलिया के सिंदरी गांव के आदिवासी पर्यावरणविद् दुखू माझी, जिन्होंने सामाजिक कार्य (पर्यावरण वनीकरण) के क्षेत्र में बंजर भूमि पर 5,000 से अधिक बरगद, आम और ब्लैकबेरी के पेड़ लगाए।