ग्रह-नक्षत्रों के चाल बदलने से कई शुभ-अशुभ योग बनते हैं. ज्योतिष शास्त्र में इन योगों का विशेष महत्व होता है. इन अशुभ योगों में से एक है ज्वालामुखी योग. अशुभ ज्वालामुखी योग तब बनता है जब एक ही दिन एक विशिष्ट तिथि और विशिष्ट नक्षत्र आपस में मिलते हैं. इस योग में कोई भी शुभ कार्य करना पूर्ण रूप से वर्जित है.
अशुभ ज्वालामुखी योग 13 मार्च 2024 की देर रात से 14 मार्च 2024 के शाम 5 बजे तक रहेगा | ज्वालामुखी योग में किए गए गए सारे कार्यों में रुकावट आती है. माना जाता है कि इस योग में किए गए काम कभी भी पूरे नहीं होते हैं. जिस व्यक्ति की कुंडली में यह योग पहले से हो उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
कब बनता है ज्वालामुखी योग ?
ज्वालामुखी योग एक अशुभ योग है, जो तिथि, नक्षत्र और योग के कारण बनता है। जिस दिन प्रतिपदा तिथि पर मूल नक्षत्र भी हो, तो यह योग बनता है। इसके अलावा पंचमी तिथि को भरणी नक्षत्र, अष्टमी तिथि को कृतिका नक्षत्र, नवमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र और दशमी तिथि को आश्लेषा नक्षत्र हो, तो ज्वालामुखी योग बनता है।
ज्वालामुखी योग का अशुभ प्रभाव
माना जाता है कि इस अशुभ योग में शादी-विवाह जैसे मांगलिक काम भी करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे दांपत्य जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए 5 जून को सुबह के समय कुछ घंटे के लिए ही ये योग लग रहा है। इसलिए उस दौरान शादी-विवाह से संबंधी कोई भी रिवाज करने से बचना चाहिए।
अगर किसी बच्चे का जन्म ज्वालामुखी योग में हुआ है, तो कुंडली में अरिष्ट नाम खतरनाक योग लग जाता है।
माना जाता है कि अगर किसी व्यक्ति को ज्वालामुखी योग में अस्पताल में भर्ती कराया जाए, तो वह लंबे समय तक उस बीमारी से ग्रसित रहता है। घर की नींव रखने से लेकर कुंआ खोदने तक की मनाही ज्वालामुखी योग में होती है। इस दौरान किए गए कार्यों में अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।
ज्वालामुखी योग में ना करें ये काम
कई प्राचीन ग्रंथो में भी इस योग का जिक्र मिलता है. ज्वालामुखी योग में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से आपको काम में सफलता प्राप्त नहीं होती है और व्यवधान का सामना करना पड़ता है. इस योग में गलती से भी विवाह नहीं करना चाहिए. माना जाता है कि अगर ज्वालामुखी योग में लड़का-लड़की का विवाह हो तो इसमें कई समस्याएं आने लगती हैं.
इस योग में किसी भी नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए वरना वो बिल्कुल भी नहीं चलेगा.माना जाता है कि इस योग में अगर कोई बीमारी होती है ,तो वह लंबे समय तक चलती है इसका इलाज भी नहीं मिलता. इस योग में आप जो कुछ भी करते हैं वह पूरा नहीं हो पाता है. यह योग किसी भी समय कुंडली में हो ,तो कोई भी महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए.
ज्वालामुखी योग में किसी भी तरह का मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन, सगाई जैसे कार्य करना पूरी तरह से वर्जित माना जाता है. इस योग में भूमि पूजन, नया घर खरीदने जैसे कार्य भी नहीं करना चाहिए. ज्वालामुखी योग में इन्हें करना बहुत अशुभ माना जाता है. इस योग में किए गए इन सभी कामों का बहुत नकारात्मक फल मिलता है. इसलिए ज्वालामुखी योग में कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए.