मनोज कुमार का जन्म पाकिस्तान के ऐबटाबाद में हुआ था और विभाजन के बाद उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। ‘शहीद’ फिल्म ने उनके करियर में अहम मोड़ लाया और उन्हें ‘भारत कुमार’ का नाम मिला। अपने एक पुराने इंटरव्यू में ये भी बताया था कि कैसे इंदिरा गांधी ने आकर भगत सिंह की मां के पैरे छूए थे।
मनोज कुमार के करियर में अहम मोड़ आया जब साल 1964 में भगत सिंह पर बनी फिल्म ‘शहीद’ रिलीज़ हुई। इस फिल्म ने दर्शकों के दिलों पर इस कदर वार किया कि यहीं से देशभक्ति वाली फिल्मों का वो असली चेहरा बन गए।
मनोज कुमार ने भगत सिंह की मां विद्यावती को भी बुलाया
इस फिल्म ‘शहीद’ को बेस्ट हिंदी फिल्म और राष्ट्रीय एकता के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला। आपको जानकर हैरानी होग कि इस समारोह के लिए मनोज कुमार ने भगत सिंह की मां विद्यावती को भी बुलाया था।
इंदिरा गांधी ने आकर भगत सिंह की मां के पैरे छूए थे
‘बीबीसी’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जब एक्टर डेविड ने मंच से नेशनल अवॉर्ड की घोषणा की तो भगत सिंह की मां को बुलाया गया और पूरा हॉल उस वक्त तालियों से गूंज उठा था। मनोज कुमार ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में ये भी बताया था कि कैसे इंदिरा गांधी ने आकर भगत सिंह की मां के पैरे छूए थे। इस फिल्म स्क्रीनिंग के लिए दिल्ली में खुद तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री आए थे।